ख्वाहिशें

दिन झमेले में बीत गए, नशे में रात कट गई, यहाँ वहाँ की जिम्मेदारियों में ज़िन्दगी यूँ ही बंट गई, मैदान-ए-इश्क़ में हारते हारते अचानक जीत गया…… Read more “ख्वाहिशें”